रामदेव के पतंजलि योग पीठ के सीईओ आचार्य बालकृष्ण आजकल बीमार हैं और अस्पताल भर्ती हैं। योग द्वरा सब कुछ ठीक करने वाली कम्पनी पतंजलि ने विभिन्न रोगों को ठीक करने के लिए बाजार में स्वदेशी उत्पाद भी उतारें हैं, और लगातार अंग्रेजी दवाओं के इस्तेमाल के खिलाफ हैं। लेकिन गंभीर बीमारी की हालत में अस्पताल में भर्ती बालकृष्ण के बारे में क्या लिखतीं हैं सिद्धार्थ
“हाय कोई तो पहचानों कौन लेटा है हॉस्पिटल के बिस्तर पे ? हाय मुझे तो ये आचार्य बालकृष्ण लग रहे। अपना दवा काम नही आया क्या ? जनता को तो उसी से लूट रहे थे आदिवासियों का खेत जंगल सब खाने को तैयार थे ?
लाल चंदन से पता नही क्या घिस रहे थे की तस्करी तक करने को आमादा थे। अब मुझे क्या लेना देना बात इतनी है की सोच रही हूँ ये लोग ज्यादा होशियार थे या जनता ज्यादा मुर्ख ? अपनी गणना भी उन्हीं में कर रही हूँ ‘जनता’ मैंने भी इनके प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया है और देश के दूसरे नंबर के अमीर बनने में तब तक मदद करती रही जब तक पतंजलि के शहद के डब्बे में शक़्कड़ न निकल आया और मेरी पडोशन का मुँह न जल गया इनके उत्पाद से।
खैर कोई नही सब स्वदेशी-स्वदेशी रटते हुए बिदेशी के शरण में ही जाते हैं। किसी को गाय का मूत काम नही आता बस भक्तों को छोड़ क अब भी सुधर जाओ नही तो टिकट कटते समय ऐसा बिस्तर नसीब नही होने वाला”
…जय हो
…सिद्धार्थ