समाज में समरसता को हमेशा कुछ लोग खंडित करते पर अपराधी पूरा एक समाज हो जाता हैं । गाजियायबाद मोहन नागर रोड पर भारत में स्वच्छता को अध्यात्म के जोड़ने वाले , स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाले , जिन्हें लोगों ने महात्मा कहा डॉ. अम्बेडकर जिनको अपना गुरु मानते हैं।
ऐसे संत गड़गे बाबा की शिलापट्ट को रंग कर मालवीय जी के नाम लिख दिया । यह काम कुछ शरारती तत्वों ने की । मेरी वहाँ के लोगों से बात हुई तो जानकारी हुई की सरकार ने इस कार्य को नहीं किया बल्कि कुछ शरारती तत्वों ने किया हैं ।
बड़ी आजिब सी बात हैं जिस महामना मदन मोहन मालवीय जी के नाम पर जो नया शिलापट्ट लगाया हैं । उन्होंने गड़गे बाबा को सूरज और अपने को दिया बताया था । आज दुर्भाग्य है ऐसे संत की नाम पट्टिका बदलकर कुछ लोग क्या पा रहे है। सरकार को संज्ञान लेते हुई कार्यवाही करनी चाइए । – डॉ0 प्रवेश चौधरी (जेएनयू)