मुंबई : आज दुनिया के सामने सबसे बड़ा प्रश्न खड़ा है की आख़िर कब इस कोरोना महामारी जैसी बीमारी से छुट्टी मिलेगी ? कब ख़त्म होगा यह कोरोना ? बहुत से लोग अपनी अपनी भविष्यवाणी रख रहे है ।
अब एक भविष्य वाणी Levitt model के ज़रिए की गई है । असल में यह भविष्यवाणी नहीं है बल्कि डेटा अनलयसिस के ज़रिए क़यास लगाए गए है की यह कब तक ख़त्म होगा यह कोरोना ।
Levitt मॉडल की खोज का श्रेय नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर माइकल लेविट को जाता है ।
लेविट मोडल 1970 के दशक से बड़े बिज़नेस ऑर्गनाईजेशन में उपयोग किया जाता रहा है । इस मॉडल में एक चेंज का दूरगामी क्या प्रभाव होगा या पूरे ऑर्गनाईजेशन पर आने वाले समय में क्या फ़र्क़ पड़ेगा इसका पता लगाया जाता है । यह काफ़ी पॉप्युलर और सटीक रिज़ल्ट देता है ।
इसी मोडल का उपयोग करके भास्करन रमन और उनकी IIT बोमबे की टीम ने रिज़ल्ट निकाला है की आख़िर कब ख़त्म होगा यह Covid – 19 भारत देश से । टीम ने जो किया है, वह भारतीय डेटा सेट और अन्य देशों के मॉडल पर लागू होता है।
उपरोक्त सूत्रों से हमें T के एक फ़ंक्शन के रूप में H (t) प्लॉट करना है।
टीम के अनुसार, इस मॉडल का लाभ यह है कि यह समझने और गणना करने में बेहद सरल है और साथ ही इसमें कोई जटिल गणित जैसे कैलकुलस या नॉनलाइनर फ़ंक्शन नहीं है। इस मॉडल को जनसंख्या के आकार से स्वतंत्र स्थान पर भी लागू किया जा सकता है और इसलिए इसे क्षेत्रों, शहर, राज्य, जिले, देश में तुलना करने के लिए बेंचमार्क टूल के रूप में उपयोग किया जा सकता है। यह अलग-अलग देशों / क्षेत्रों के लिए अलग-अलग परीक्षण क्षमता रखने वाला एक मजबूत मॉडल है और इसमें अलग-अलग परिभाषाएं भी शामिल हैं, जो वास्तव में एक हद तक COVID-19 की मौत है, यह मॉडल किसी भी तरह से व्यवस्थित अंडर-काउंटिंग को भी ध्यान में रखता है।
भारत की जनसंख्या 1380मिलियन है ।अभी जो डेथ रेट है उसके हिसाब से अगले ढाई महीने में यह तक़रीबन ज़ीरो हो जाएगा ।
अभी भारत की डेथ रेट एक मिलायन यानी दस लाख में 17 है जो की दुनिया के दूसरे देशों से काफ़ी कम है इंग्लंड , स्वीडन और ब्राज़ील जैसे देशों में यह रेट 500 के ऊपर है ।
इस मोडल की गड़ना के अनुसार लगभग ढाई महीने, या अक्टूबर में मॉडल होने के अनुसार, महामारी भारत में समाप्त हो जाएगी। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि शब्द ‘महामारी-अंत’ का मतलब यह नहीं है कि बीमारी गायब हो जाएगी, बल्कि छिटपुट होगी, जबकि मृत्यु दर की संख्या काफी कम हो जाएगी।
मॉडल के अनुसार, चेन्नई में महामारी अब से लगभग एक महीने में समाप्त होने की उम्मीद है। यह चेन्नई के लिए राहत वाली बात है ।
मुंबई में, महामारी अब से लगभग दो सप्ताह में समाप्त होने की उम्मीद है। वर्तमान में शहर में लगभग 24,307 सक्रिय मामले हैं और इसने लगभग 67,830 में रिकवरि भी दिखाई है। मुंबई में अब तक 4,08,300 परीक्षण किए जा चुके हैं।
मॉडल के अनुसार, गुजरात के लिए सबसे बुरा दौर गुजर चुका है।
गुजरात में वर्तमान में भारत में गुजरात पोज़िटिव केसेस में चौथा स्थान पर है । 45,567 पोज़िटिव मामलों में 919 ताजा मामले, 2,091 मौतें शामिल हैं। जबकि सक्रिय मामलों की संख्या 11,302 पर है, 32,174 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। अब तक राज्य ने 4,99,170 नमूनों का परीक्षण किया है।
गुजरात में, सूरत सबसे अधिक प्रभावित शहर है जो संक्रमणों में लगातार वृद्धि देख रहा है। जिले में राज्य से रिपोर्ट किए गए ताजा मामलों में से 291 हैं। मामलों के बढ़ने के मद्देनजर, व्यापार समुदाय ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
कर्नाटक के लिए इस मोडल की स्टडी डराने वाली है। मॉडल के अनुसार, राज्य में महामारी अभी शुरू हुई है। राज्य में गुरुवार को महामारी शुरू होने के बाद से सबसे अधिक नए मामले और मौतें हुईं। कर्नाटक में वायरस से पोज़िटिव विधायकों की सबसे अधिक संख्या है। बेल्लारी जिले के हुविना हदगाली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक पीटी परमीश्वर नाइक भी पोसिटव पाए गए है ।
पूरे स्टडी का रिज़ल्ट यह है की पूरे भारत में तक़रीबन ढाई महीने में इस बीमारी को तक़रीबन ख़त्म या बहुत कम हो जाने के चांस है ।
इस चार्ट में पूरे भारत की स्थिति दिखाने की कोशिश की गई है ।
हालाँकि इस रिपोर्ट को समझना इतना भी आसान नहीं दिखता जितना बताया गया है । पर अंतरष्ट्रिय स्तर इस लेविट मॉडल की चर्चा ज़रूर है .
हम तो इतना ही कह सकते है डिटेल अनलयसिस करके लगाए गए यह क़यास पूरी तरह से सच हो जाए और जल्द से इस महामारी का अंत हो ।असली हक़ीक़त तो आने वाला समय ही बताएगा ।