
मुंबई : आज एक फ़ार्मा कम्पनी ने अधिकारिक तौर पर कोरोना के इलाज के लिए पहली दवा लॉंच कर दो है । दवा Fabiflu ब्राण्ड नाम से बिकेगी । यह दवा हल्के और मध्यम श्रेणी के रोगियों के उपचार में उपयोग की जाएगी ।
भारत में COVID – 19 के 70 से 80% रोगी हल्के और मध्यम श्रेणी के हैं, जिसके लिए दवा को मंजूरी दी गई है। इस प्रकार के रोगी को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है और वह घर पर रह सकता है।
ग्लेनमार्क पहली कंपनी है जो हल्के और मध्यम कोविड -19 उपचार के लिए एक मौखिक एंटीवायरल दवा लेकर आई है।
ऐसे मरीजों का इलाज करने के लिए रूस, जापान और चीन में फेवीपिरवीर का इस्तेमाल किया गया है और यह सफल साबित हुआ है।
फिलहाल दवा प्रतिबंधित उपयोग के तहत होगी, जिसका अर्थ है कि इसका सेवन केवल डॉक्टर के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण के तहत किया जा सकता है। बिना प्रिस्क्रिप्शन के लोग इसे नहीं खरीद सकते।
ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने शनिवार को कहा कि उसने हल्के से मध्यम कोविड – 19 के रोगियों के उपचार के लिए ब्रांड नाम फैबीफ्लू के तहत एंटीवायरल दवा फेविपिरविर लॉन्च की है। मुंबई स्थित ड्रग फर्म ने शुक्रवार को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से विनिर्माण और विपणन स्वीकृति प्राप्त की थी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, फैबीफ्लू कोविद -19 के इलाज के लिए पहली मौखिक फेविपिरविर-अनुमोदित दवा है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहा, “यह मंजूरी ऐसे समय में आई है जब भारत में मामले बहुत ज़्यादा बढ़ रहे है , जो हमारी स्वास्थ्य प्रणाली पर भारी दबाव डाल रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि फैबीफ्लू जैसे प्रभावी उपचार की उपलब्धता इस दबाव को कम करने में मदद करेगी, और भारत में रोगियों को एक बहुत ही आवश्यक और समय पर चिकित्सा विकल्प प्रदान करेगी।
कम्पनी को पिछले महीने तीसरे चरण के परीक्षण के लिए अप्रूवल मिल गया था । शुक्रवार को अधिकारिक रूप से मैन्युफ़ैक्चरिंग और मार्केटिंग के लिए इंडीयन ड्रग रेगुलेटरी के लिए अप्रूवल मिल गया है ।
अब भारत में पहली दवा कोरोना के इलाज के लिए बिकना शुरू हो जाएगी ।
हालाँकि की यह आने वाला यह समय बताएगा कि यह कितना कारगर होता है । पर आशा है जल्द ही दूसरी कोंपनियाँ भी अपनी दवाइयों के साथ जल्द ही आएँगे और दवा की प्राइस भी कम होगी ।