
दिनांक 6 जून 2020 को इलाहाबाद हाईकोर्ट की अधिवक्ताओं की एक टीम एडवोकेट सुनील राजपासी और एडवोकेट प्रमोद कुमार भारतीया के नेतृत्व में ग्राम पसेवा मई घाट थाना केराकत जिला जौनपुर पहुँचकर मृतक नेहा निषाद के पीङित परिवार से मिला और उनसे घटना से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
आप सबको बताते चले की बीते 29 मई 2020 को रात्रि 9 बजे के लगभग घर के बाहर अपने छोटे भाई के साथ चारपाई पर सो रही नेहा निषाद (उम्र 17 वर्ष) पुत्री विकास नागर को गाँव के ही दबंग विनय पाठक,संजय सिंह उर्फ गब्बर,विपिन सिंह,राहुल खरवार ने मुँह दबाकर घर से लगभग 25 मीटर की दूरी पर ले जाकर मई घाट पर बारी-बारी से समूहिक बलात्कार किया और जब लङकी ने विरोध किया तो उसे उन लोगों ने गला दबाकर हत्या करके लाश वहीं छोङकर भाग गये।
जब दूसरे दिन सुबह घर वालो को यह बात मालूम हुआ तो वो बहुत दुखी हुये। और क्या करे की न करे की कसमे कस में उल्झे रहे।तभी गाँव का प्रधान और कुछ दबंगो द्वारा अनान-फनान में पुलिस के आने से पहले ही लङकी की लाश को जलवा कर अंतिम संस्कार करवा देते है।जब लङकी के मामा एडवोकेट इन्द्रजीत निषाद व सुभाष निषाद को ज्ञात होता है तो वो कानूनी कार्यवाही के साथ ही सोशल मीडिया में उपरोक्त घटना की जिक्र करते हुये फैला देते है।
तब जाकर पुलिस हरकत में आती है और कानूनी कार्यवाही करते हुये अभियुक्तगणों विनय पाठक,संजय सिंह,विपिन सिंह व राहुल खरवार को पकङ लेती है परन्तु दूसरे दिन सब को छोङकर सिर्फ एक अभियुक्त विनय पाठक को जेल भेज देती है। इस समय परिवार के लोग काफी डरे साहमें हुये है। और आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है। समाचार लिखते समय तक उन्हें अनजान लोगों द्वारा जान-माल की धमकी दी जा रही है।

अधिवक्ताओं की टीम ने ऐसी घटनाओं की निन्दा करते हुए उ०प्र० के शासन से परिवार के लोगों की सुरक्षा,कम से कम पचास लाख की आर्थिक मदद्,घटना की सीबीआई जाँच कराकर अन्य दोषियों के खिलाफ कङी से कङी कार्यवाही करते हुये फाँसी की सजा देने की मांग की है।अगर ऐसा नहीं करते है तो सामाज के लोग हर जिले में लॉक डाउन को ध्यान में रखते हुये विरोध प्रदर्शन करेगें।जिसकी जिम्मेदारी उ०प्र० सरकार की होगी।
टीम में प्रमुख रूप से एडवोकेट प्रमोद कुमार भारतीया,सुनील निषाद,अभिषेक उर्फ वीरु निषाद,विशाल निषाद,सुग्रीव निषाद,विमल निषाद,नीरज निषाद,प्रभाकर निषाद,सत्येन्द्र कुमार,लाल चन्द्र निषाद आदि अधिवक्तागण शामिल रहे .