स्वराज इंडिया के अनुपम नें बताया नागरिक और पुलिस का अनुपात

नई दिल्ली / योगेंद्र यादव के नेतृत्व वाली स्वराज इंडिया पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनुपम में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि यूएन के अनुसार एक लाख की आबादी पर 222 पुलिसकर्मी होने संबधित अंतर्राष्ट्रीय मानदंड है। भारत दुनिया के उन कमजोर पुलिस सिस्टम वाले देशों में है जहाँ नागरिक-पुलिस का यह अनुपात 151 है।

और अपराध के लिए बदनाम बदनाम बिहार में यह अनुपात मात्र 75 है, मात्र 75! देशभर के सभी राज्यों और केंद्र शाषित प्रदेशों में बिहार नंबर 1 है, नीचे से!

अगर इतना कुछ सुनकर भी जो बिहारी विचलित न हुए हों, वो और सुने कि पुलिसबल की ऐसी भारी कमी के बावजूद राज्य में 50,291 पद खाली पड़े हैं। सरकार इन पदों को भी नहीं भरती।

ऐसे में बिहार सरकार से ये तीन सवाल तो ज़रूर पूछा जाना चाहिए

1-बिहार में नागरिक-पुलिस अनुपात न सुधारे जाने के पीछे असल वजह क्या है?

2-पुलिस विभाग में 50,291 खाली पदों को क्यूँ नहीं भरा जाता?

3- भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, अनियमितता और पेपर लीक से निपटने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?

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