प्रयागराज :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां गरीबों के लिए उज्जवला गैस कनेक्शन देने और महिला सशक्तिकरण पर बात कर रहे हैं वही इस उज्जवला योजना के तहत मिलने वाला गैस चूल्हा और सिलेंडर हजम कर डाला गया है 2016 से इस योजना की शुरुआत की गई थी तब से आज तक पात्र गरीब गैस एजेंसियों का चक्कर लगाते लगाते थक चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें गैस चूल्हा और सिलेंडर नसीब नहीं हुआ मजे की बात यह है कि इन सभी गरीब पात्रों का उज्जवला गैस योजना के तहत एजेंसियों ने गैस कनेक्शन भी जारी कर दिया है इनका उपभोक्ता क्रमांक भी जारी हुआ है गैस बुक भी हो रहा है लेकिन गैस चूल्हा सिलेंडर और कागज नहीं मिला है ऐसा ही मामला सामने आया है प्रयागराज के विकासखंड कौड़िहार में
केस : 1 विकासखंड कौड़िहार के मोहरब गांव की श्रीमती कस्तूराहिन पत्नी चंदन लाल इनका गैस कनेक्शन हुआ है और बुक भी हो रहा है लेकिन गैस चूल्हा सिलेंडर कॉपी हजम कर डाला गया बताती हैं कि हम 2 साल पहले अपने सारे दस्तावेज के साथ निशुल्क उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले गैस लिए आवेदन किया था लेकिन आज तक नहीं मिला
केस : 2 दूसरा मामला रामसखी पत्नी शंकरलाल मौर्य निवासी घनाराम का पूरा बताती हैं कि 2 सालों से गैस एजेंसी का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक गैस चूल्हा और सिलेंडर नहीं मिला इनके नाम से भी गैस कनेक्शन जारी हुआ है
केस :3
घना राम पूरा गांव की संगीता देवी पत्नी राम कैलाश के नाम से भी गैस कनेक्शन जारी हुआ है लेकिन अभी तक इनको गैस चूल्हा सिलेंडर पेपर कॉपी नहीं मिला है
केस 4: मोहरब गांव की सुशीला देवी पत्नी लाल जी गैस एजेंसी का चक्कर आज दो सालों से लगा रही हैं लेकिन उन्हें अभी भी गैस नहीं मिल पाया है उनके नाम से भी गैस कनेक्शन जारी हुआ है भारत गैस में शिकायत किया तो एक गैस एजेंसी ने अपने आप को फंसता देख धोखे से कल उन्हें बुलाकर सादे कागज पर और सभी दस्तावेज पर अंगूठा गैस एजेंसी के कर्मचारियों ने लगवा लिया और तीन हजार रुपए गैस देने के नाम पर मांगा और कहा कि अगर आप इधर उधर की बात करेंगे तो आप का कनेक्शन निरस्त कर दिया जाएगा
केस :5* इसी गांव की निवासी सपना देवी भी आज 3 सालों से उज्जवला गैस लेने के लिए चक्कर लगा रही हैं अभी तक इनको गैस चूल्हा सिलेंडर नहीं दिया गया जबकि इनके नाम से भी गैस कनेक्शन हुआ है
केस : 6 फतेहपुर कायस्थान की सुषमा पत्नी पंचू लाल बताती हैं कि मेरा भी गैस कनेक्शन हुआ है लेकिन अभी तक न चूल्हा मिला है न सिलेंडर मिला है जाते हैं तो आजकल बताता है
केस 7 : मोहरब गांव की कुसुम देवी पत्नी श्यामलाल का भी कनेक्शन जारी हुआ है न तो इन्हें अभी तक चूल्हा मिला है और न ही सिलेंडर
केस 8 : बरईपुर रामनगर की राधा देवी पत्नी संगम लाल यादव का भी उज्जवला गैस कनेक्शन जारी हुआ है इन्हें पासबुक दे दी गई है लेकिन इन्हें अभी तक न तो चूल्हा दिया गया और न सिलेंडर और इन से पैसा मांगा जा
उज्जवला योजना गैस कनेक्शन में हो रहे फर्जीवाड़ा से लोगों में आक्रोश है और अपने हक के लिए लोग परेशान हैं उज्जवला योजना के तहत पात्र गरीब महिला को गैस चूल्हा और एक सिलेंडर मुक्त दिया जाता है और 16 सौ रुपए की आर्थिक मदद भी दी जाती है आखिरकार कैसे लोगों को कनेक्शन जारी कर दिया गया और इनका सामान कौन ले गया यह सब जवाब देने में गैस एजेंसियां कतरा रही हैं नियमानुसार अगर आपका गैस कनेक्शन जारी होता है तो आपको एक पासबुक और आपका गैस कागज दिया जाता है जिस पर उपभोक्ता के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान लगवाया जाता है आखिरकार इस गैस कागज पर किसका हस्ताक्षर और अंगूठा लगवा कर इनका सामान किसे वितरण कर दिया गया यह जांच का विषय बना हुआ है ऐसे ही कई और मामलों का उजागर हो सकता है और कई वितरण गैस एजेंसियां फंस सकती हैं
रिपोर्ट :दारा सिंह