छोटा उत्तर : व्हाट्सएप्प आपके वार्तालाप के आधार पर आपके डाटा को किसी को बेच के पैसे कमाता है।
पूरा उत्तर लिखने से पहले थोड़े आंकड़े देखते हैं और शायद लोगों के पैरों तले जमीन खिसक जाए।
व्हाट्सएप्प के कितने उपयोगकर्ता हैं : 2018 की पब्लिक जानकारी के हिसाब से व्हाट्सएप्प पर 150 करोड़ उपयोगकर्ता हैं। जी, हमसे टाइप करने में कोई गलती नहीं हुई। यह आज विश्व का सबसे अधिक उपयोगकर्ता वाला मेसेज करने का प्लेटफार्म है।
व्हाट्सएप्प पर रोज कितने मेसेज भेजे जाते हैं : अब इस नंबर को थोड़ा ध्यान से पढ़िए। व्हाट्सएप्प पर हर दिन 600 करोड़ मेसेज भेजे जाते हैं। जी हाँ। यह इतना बड़ा नंबर है लेकिन यही सच्चाई है।
लेकिन इससे कमाई का क्या सम्बन्ध : इसको समझने के लिए हम आपको एक काल्पनिक व्हाट्सएप्प का वार्तालाप बताते हैं जो एक दोस्त कृति जी के साथ हमारा खुद का हुआ।
- हम : कृति जी, आप कैसी हैं ?
- कृति : जय जी, हम तो बहुत मस्त हैं। आप बताइए। आपका ऑफिस का काम कैसा चल रहा है।
- हम : वही पहले जैसा। आज कल हम सेल्फ ड्राइविंग कार पर काम कर रहे हैं।
- कृति : अच्छा ? कब मार्किट में आएगी आपकी कार।
- हम : अगले साल आप खरीद सकती हैं।
- कृति : कौन सी कंपनी की?
- हम : टेस्ला यार। आपको नयी कार खरीदनी है क्या ?
- कृति : हाँ, हमको इलेक्ट्रिक कार खरीदनी है लेकिन अगर खुद चला सके तो और भी मस्त होगा।
- हम : तो आज आप क्या कर रही हैं ? लंच पर मिलते हैं।
- कृति: कहाँ ? ऐसी जगह बताइये जो आपके और हमारे ऑफिस के बीच में हो।
- हम : अरे फिर स्टैनफोर्ड शॉपिंग माल में मिलते हैं। एक बहुत ही अच्छा रेस्तरां है वहीँ लंच कर लेंगें। क्या ख़याल है आपका ?
- कृति : बहुत ही अच्छा आइडिया है आपका जय जी। हमको वहीँ ब्लूमिंगडेल से नयी जूतियां और हैंड बैग भी खरीदना है।
- हम : ठीक है। फिर 12 बजे दोपहर को मिलते हैं ?
- कृति : बिल्कुल। हमको बेसब्री से आपसे मिलने का इंतजार है। 🙂
आप सोच रही होंगीं की हम फालतू का वार्तालाप क्यों सुना रहे हैं। उसकी वजह है की व्हाट्सएप्प ऐसे ही पैसे कमाता है। हमारा वार्तालाप से व्हाट्सएप्प को कृतिम बुद्धिमता से यह सब मालुम पड़ जाएगा।
- कृति जी एक कार खरीदना चाहती हैं। इस जानकारी को कार की कंपनी को बेच दिया जायेगा।
- जय जी कार के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसको उस कंपनी को बेच दिया जायेगा जो स्वचालित कार बनाने का काम कर रहे हैं और जिनको किसी कर्मचारी की जरूरत हो।
- कृति जी को हैंडबैग और जूतियां खरीदनी हैं। इस जानकारी को इसे बेचने वाले लोगों को बेच दिया जाएगा।
- हम लंच के लिए किस तरह के रेस्तरां पसंद करते हैं। इस जानकारी के रेस्तरां वाले पैसा दे सकते हैं।
- …
क्या आपने कभी सोचा है की आप किसी ईमेल या चैट में किसी प्रोडक्ट के बारे में लिखे और आपको वही विज्ञापन दूसरी वेबसाइट पर मिलने लगता है ? उसके पीछे यही राज है।
व्हाट्सएप्प की बड़ी समस्या : आप लोगों को शायद पता होगा की व्हाट्सएप्प फेसबुक का ही हिस्सा है। इसको 5 साल पहले मार्क ज़करबर्ग ने 18 बिलियन डॉलर में खरीदा था। अभी हाल ही में उनको अमेरिका के संसद में बुलाकर उनसे बहुत पूछ ताछ हुई।
- वोट्सएप मुफ्त उत्पाद नहीं था: जिस समय फेसबुक ने वोट्सएप को ख़रीदा, उस वक्त वोट्सएप के ४५० मिलियन (४५ करोड़) उपयोगकर्ता थे. और उस वक्त वोट्सएप सिर्फ १ साल के लिए मुफ्त हुआ करता था. १ साल के बाद वो सभी उपयोगकर्ताओं से १ डोलर वार्षिक चार्ज करता था. इस तरह वो सम्पूर्णत: घाटे का सौदा नहीं था.
- वोट्सएप दूसरी बड़ी बड़ी कम्पनियों को टक्कर दे रहा था: वोट्सएप उस समय बहुत छोटी सी कम्पनी थी (केवल २० कर्मचारी), लेकिन वोट्सएप के उपयोगकर्ताओं की संख्या बहुत ही तेजी से बढ़ रही थी, जिसकी वजह से वो सिलिकोन वेली की बड़ी बड़ी कम्पनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा कर रहा था. (जैसे कि लोग वोट्सएप पर फेसबुक, फेसबुक मेसेंजर एवं गूगल से ज्यादा समय बीताते थे)
- बड़ी बड़ी कम्पनियों को उपयोगकर्ताओं द्वारा निर्मित बहुत सारा डेटा चाहिए: आजकल सिलिकोन वेली की सभी बड़ी बड़ी कम्पनियां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम कर रही हैं (इसीलिए माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, एपल, एमेजोन — सब कोर्टाना, सीरी, एलेक्जा जैसे पर्सनल आसिस्टन्ट बना रही हैं) जिसके लिए उन्हें खूब सारा उपयोगकर्ताओं द्वारा निर्मित डेटा चाहिए. इतना ही नहीं, वो उपयोगकर्ताओं द्वारा निर्मित डेटा का विष्लेषण कर के उन्हें उनके जरूरत के मुताबिक विज्ञापन भी दिखाना चाहती हैं.
- वोट्सएप को सभी बड़ी बड़ी कम्पनियाँ खरीदना चाहती थीं: वोट्सएप पर उस समय दिनभर में अबजों मेसेज भेजे जाते. आप खुद ही सोचिए, एक दिन में वो कितना डेटा निर्मित करता था! इसीलिए वोट्सएप को खरीदने की इच्छा गूगलने भी जताई थी.
इसीलिए, फेसबुक ने २०१४ में १९ बिलियन डोलर में ख़रीदा था, ना कि १३ बिलियन डोलर में