मुंबई : सोशल मेडिया में कुछ पोस्टें दबी दबी सी घूम रही है जिसमें यह कहने की कोशिश हो रही है की चुनाव आयोग के क़ब्ज़े से बीस लाख EVM मशीने ग़ायब है । यह बहुत ही गम्भीर मसला है क्योंकि यह चुनाव के रिज़ल्ट पर असर डाल सकता है ।
पर लोगों को समझ नहि आ रहा है की हक़ीक़त क्या है ? इस बारे में कहीं कोई चर्चा नहि कर रहा है ।
अभी तक जो पता चला है वह यह है की फ़्रंट लाइन मग्जीन ने मुंबई हाई कोर्ट में ईवीएम के बारे में जानकारी के लिए आरटीआई दाख़िल की थी । जिससे पता चला है की चुनाव आयोग के पास से बीस लाख EVM मशीने ग़ायब है ।
TV9 चैनल का एक क्लिप भी सोश्यल मीडिया में घूम रहा है जो इस बात को कन्फ़र्म कर रहा है की EVM के बारे में कुछ तो हुआ है।
फ़्रंट लाइन और TV9 दोनो बहुत बड़े मीडिया नहि है । पर इतने आम भी नहि है की इनकी कही बातों को नज़र अन्दाज़ कर दिया जाय । जब इन्होंने मुद्दा उठाया है तो ज़रूर् कुछ बात है।
सबसे हैरत वाली बात यह है कि लोग इस पर इतनी चर्चा कर रहे है पर कोई भी न्यूज़ मेडिया इसका खंडन नहि कर रहा है । कोई भी नहि कह रहा है की यह ग़लत है ।सब मेडिया इस बारे में शांत है ।
अगर RTI की जानकारी सही है तो यह लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ा मज़ाक़ है और ख़तरा भी है । अगर बीस लाख EVM ग़ायब है तो इसका उपयोग कोई भी कर सकता है मौजूदा सत्ता पक्ष या फिर मौजूदा विपक्ष या कोई और पार्टी पर हर हाल में यह लोकतंत्र के लिए ख़तरा है ,देश के लिए ख़तरा है ।
TV9 ने इस मुद्दे को उठाया है पर बाक़ी मेडिया क्यों शांत है? इसलिए शंका बढ़ जाती है।
द लल्लंन टोप जो एक आन लाइन मीडिया है उसकी क्लिप भी देख सकते है ( यह टाइम्स ग्रूप का न्यूज़ चैनल है)
साभार- TV9 &
द लल्लंन टोप