
प्रतापगढ़ भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश का एक जिला है। इसे बेला, बेल्हा, परतापगढ़, या प्रताबगढ़ भी कहा जाता है। यह प्रतापगढ़ जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। यहां के विधानसभा क्षेत्र पट्टी से ही देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं॰ जवाहर लाल नेहरू ने अपना राजनैतिक करियर शुरू किया था। इस धरती पर राष्ट्रीय कवि हरिवंश राय बच्चन की जन्म स्थल है ।
यह उत्तर में सुल्तानपुर जिला, दक्षिण में इलाहाबाद जिला तथा पूर्व में जौनपुर जिला और पश्चिम में अमेठी जिला से घिरा हुआ है। गंगा और सई नदी इस जिले में बहने वाली प्रमुख नदियाँ हैं।
आंवले के लिए पूरे देश में मशहूर प्रतापगढ़ के विधानसभा क्षेत्रों के नाम हैं रानीगंज, कुंडा, विश्वनाथगंज, पट्टी, रानीगँज, सदर, बाबागंज, बिहार, प्रतापगढ़ और रामपुर खास है। प्रतापगढ़ की राजनीति में यहाँ के कुछ नाम पूरे देश और दुनिया में मशहूर है । इनमे से पहला नाम है बिसेन राजपूत राय बजरंग बहादुर सिंह का परिवार है जिनके वंशज रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) हैं, राय बजरंग बहादुर सिंह हिमांचल प्रदेश के गवर्नर थे तथा स्वतंत्रता सेनानी भी थे। राजा दिनेश सिंह जो पूर्व में भारत के वाणिज्य मंत्री और विदेश मंत्री जैसे पदों पर सुशोभित रहे। इनकी रियासत कालाकांकर क्षेत्र है। दिनेश सिंह की पुत्री राजकुमारी रत्ना सिंह भी राजनीति में हैं। प्रमोद तिवारी जी जिंहोनी लगातार 9 बार विधायकी जीत कर वर्ल्ड रेकार्ड बना दिया है ।

प्रतापगढ़ में आपको हर वर्ग के लोग मिल जायेंगे पढ़े-लिखे,अमीर, गरीब, अनपढ़,किसान सभी ।
यंहा का युवा या बुजुर्ग देश में कंही भी हो वो किसी के सामने जुकता नहीं है | प्रतापगढ़ी युवाओं को आत्म सम्मान बहुत प्यारा है | वह अपने सम्मान को ठेस नहीं पहुचने देते | प्रतापगढ़ी कंही भी हों वो सबसे अलग ही नजर आता है |
यहाँ की प्रसिद्ध लोकोक्ति है
” न सौ पढ़ा न एक प्रतापगढ़ा, और अगर ये पढ़ा तो भगवान् से भी जा बढ़ा ”
यह पुरुखों की कहावत आज भी सत्य ही है आज भी प्रतापगढ़ी बिना सरकारी संशाधन के , बिना मदद के जितना आगे बढ़ रहे हैं वो यह सिद्ध करता है |
जातिय विविधता भी यहाँ पर आपको बहुतायत में देखने को मिल जायेगी।
जैसेः- हिन्दु, मुस्लिम, सिक्ख व ईसाई।
मुस्लिम तबका बेगमवाट नामक जगह पर बहुलता में देखा जा सकता है। जहाँ करीगरों की भरमार है। लोहे की आलमारियों से लेकर बिस्कुट फैक्टरियाँ तक इस जगह पर, आपको गली के किसी न किसी छोर पर मिल जायेंगी।
अठेहा , कुम्भी आइमा, सेमरा के मुसलमान लगभग हर पांचवे घर के गल्फ देशों में रहते हैं |आज मुसलमान अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं |
दूसरी तरफ पंजाबी मार्केट, पंजाबियों का गढ़ माना जाता है। कपड़ों के व्यवसाय पर इनका दबदबा आज भी है। कपड़ों की खरीद-फरोख्त के लिये पंजाबी मार्केट सबसे उपयुक्त जगह मानी जाती है।इसके साथ ही पट्टी,लालगंज ,कुंडा , सांगीपुर ,संग्रामगढ़ ,रानीगंज बड़े मार्केट के रूप में जाने जाते हैं |

कुछ साल पहले महिलाओं को सड़कों पर उतना नहीं देखा जा सकता था लेकिन आज माहौल काफी बदल चुका है।मनरेगा परियोजना से आज गावं की महिलाएं अपने पंचायत क्षेत्र में कार्य करती हैं और दुसरे पंचायतों में भी धान , गेंहूं , आलू की खेती में अपने पतियों का हाथ बटाती हैं , आधुनिकता की हवा यहाँ भी तेजी से चल निकली है। लड़कियाँ और महिलायें सड़कों पर घूम-घूम कर खरिदारी करती हुई आपको नजर आ जायेंगी।
परिधानों में मुख्यता साड़ी, सलवार-सूट की बहुलता देखी जा सकती है। इसके अतिरिक्त लड़कियाँ भिन्न-भिन्न लिबासों में आपको नजर आ सकती है। जिनमें जिन्स-टीशर्ट, लाँग स्कर्ट प्रमुख हैं।

जल्द ही दिल्ली व मुम्बई की तरह यहाँ भी परिधानों में आधुनिक व्यापकता दिखाई पड़ेगी।
आज यंहा लड़कियां कार , स्कूटी , साईकिल चलाते हुए स्कूल पढ़ने और पढ़ाने जाती हैं |हर गॉव में लगभग ट्रैक्टर २ से ३ देखे जा सकते हैं |२०० घर के गॉंव में ५० के पास मोटर साइकिल ३ -५ के पास कार ,जीप ,टेम्पो आपको जरूर मिल जायेंगे | वहीं शहरी क्षेत्र में सभी के पास मोटर साइकिल उपलब्ध मिलेगी |
विकास के मामले कुछ स्थानों ने काफ़ी प्राग्रेस किया है जैसे संगीपुर , लालगंज अज़हरा , प्रतापगढ़ सिटी तो है ही । पर कुछ स्थान जैसे किठावर बाज़ार अपने आपको डिवेलप नहीं कर पाया । एक समय किठावर बाज़ार का बड़ा नाम था पर आज वह कहीं खो गया है
प्रतापगढ़ जिले के लोग आपको पूरे देश में मिल जाएंगे। आप मुंबई दिल्ली ,कलकत्ता , मद्रास चाहे जहां चले जाय आपको प्रतापगढ़ वाले जरूर मिल जाएंगे ।दिल्ली और मुंबई में तो इनकी काफी संख्या है । यह लोग बहुत मेहनती होते है इसलिए हर जगह सेटल हो जाते है।
प्रतापगढ़ में धर्म स्थल में घुईसर नाथ का बड़ा महत्व है और देश भर के सैलानी यहाँ आते है । यहाँ के विधायक प्रमोद तिवारी जी ने इस मंदिर को बहुत डिवेलप कराया है पिछले कुछ सालों में ।
प्रतापगढ़ ज़िला 3717 वर्ग किलोमीटर में फ़ेल्ज़ हुआ है ,साल 2011 की जनगड़ना के अनुसार यहाँ की आबादी 31.73 लाख है । जनसंख्या घनत्व 850 प्रति वर्ग किलोमीटर है । साक्षरता 73.1% है ।
इस जिले में 2,265 गाँव है और 21 पोलिस थाना है ।17 ब्लाक है ।
महिला पुरुष का अनुपात इस जिले में 100 पुरुषों के मुक़ाबले 99.8 महिला है । जो की एक बेहतरीन आँकड़ा है । जिस पर प्रतापगढ़ गर्व कर सकता है।

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