इलाहाबाद। अधिकारी बनने का सपना लिए शहर इलाहाबाद में आए राम मनोरथ सरोज का रास्ता बदल गया है। डीसी हॉस्टल में रहकर कभी वें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते थे । अधिकारी बनकर नौकरशाही के जरिये गरीबों को न्याय दिलाने का सपना देखा करते थे, लेकिन अब वह अधिकारी बनकर नही, बल्कि एक सच्चे व ईमानदार सेवक बनकर समाज के दुःख दर्द को दूर करने का मन बना चुके है।
बायोटेक्नोलॉजी में परास्नातक व बीएड की शिक्षा प्राप्ति के बाद राम मनोरथ सरोज लगभग दस वर्षों से समाज सेवा में सक्रिय है । परिवार सहित टैगोर टाउन के एलआईसी कलोनी में रखने वाले राम मनोरथ वार्ड नं0 15 के विश्वविद्यालय क्षेत्र से चुनावी मैदान मारने के लिए संघर्ष कर रहें है।
राम मनोरथ ने बताया कि यह वार्ड आरक्षित थीं जिसमे हमारी स्थिति ज्यादा मज़बूत थीं लेकिन नई लिस्ट में अब यह सामान्य हो गई है। अब मुकाबला और बढ़ गया है । क्योंकि सामान्य सीट पर धनपशु प्रत्याशी मैदान में आने लगे है।
बावजूद इसके क्षेत्र की जनता के बीच रहने वाले साधारण व मिलनसार प्रत्याशी पर ही जनता ज्यादा भरोषा करती है। मुझे उम्मीद है कि जनता का प्यार पाने में हम कामयाब होंगे । धन पशुओं को जनता नकारकर इमानदार प्रत्याशी को चुनेगी।