क्रांतिकारी साथी अमर सिंह पासवान – अनु प्रसाद जी किसी परिचय के मोहताज़ नही है । गोरखपुर विश्वविद्यालय के कैम्पस में छात्रहितों की लड़ाई हो या सड़क पर बहुजनों की समस्या को लेकर आंदोलन , अमर पासवान बाबा साहब की तस्वीर लिए आवाज उठाते देखें जाते रहते है । पुलिस की लाठी और सरकारी प्रताड़ना उनकी दिनचर्या में शामिल कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी का शहर होने की वजह से अमर हमेशा निशाने पर रहता है । जब योगी जाते है तो पुलिस अमर पासवान को पकड़ कर बन्द कर देती है ।
अभी हाल ही में अमर – अनु प्रसाद पर योगी की पुलिस ने 307 का झूठा मुकदमा लिख कर परेशान कर रही है। अनु प्रसाद शोध छात्रा है और इस बार छात्र संघ के चुनाव में अध्यक्ष पद की प्रत्याशी भी है। इनकी लोक प्रियता से घबराई भापजा की बगल बच्चा avpbp की साज़िश के चलते चुनाव स्थगित कर दिया गया ।
“अम्बेडकरवादी छात्र सभा” (ACS) द्वारा विरोध करने पर अनु- अमर सहित साथियों पर लाठीचार्ज कर मुकदमा दर्ज करा दिया गया । साथी कमलेश यादव को जेल भेज दिया । हालॉकि अनु को कोर्ट से स्टे मिल गया है। अमर फ़रार है। पुलिस उनके घर छपेमारी कर रही है । योगी भी गोरखपुर में ही है ।