बेंगलुरु। मंगलवार की देर शाम रामेश्वरी नगर में घर के बाहर वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, पश्चिम बेंगलुरु के पोर्च में उनके घर में उनका शव मिला है। 55 वर्षीय गौरी लंकेश जब अपने घर के अंदर घुस ही रही थी तभी एक अज्ञात शख्स ने तीन गोलियां उनकी हत्या कर दी। समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने बताया कि हमलावरों ने लंकेश पर सात गोलियां दागीं जिसमें तीन गोलियां उनकी छाती और गले पर लगीं। पुलिस ने घटना स्थल से चार कारतूस बरामद किए हैं। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए विक्टोरिया अस्पताल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिदेशक से बात की है।” वैचारिक मतभेदों को लेकर वह कुछ लोगों के निशाने पर थीं।
वह कन्नड़ भाषा में एक साप्ताहिक पत्रिका निकालती थीं और उन्हें निर्भीक और बेबाक पत्रकार माना जाता था। वह कर्नाटक की सिविल सोसायटी की चर्चित चेहरा थीं। गौरी कन्नड़ पत्रकारिता में एक नए मानदंड स्थापित करने वाले पी. लंकेश की बड़ी बेटी थीं। वह वामपंथी विचारधारा से प्रभावित थीं और हिंदुत्ववादी राजनीति की मुखर आलोचक थीं।