समाजवादी सरकार के दौरान पुलिस विभाग के डी.एस.पी.जिआउलहक की हत्या करने के कुछ माह बाद ही इंस्पेक्टर अनिल सरोज को दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दिया। लेकिन सब लीपापोती हो गई। अपराधियों के हौशले इतने बुलन्द है कि एक पासी जाति के कोटेदार को यादव प्रधान के बेटे ने ब्राह्मण मित्र के साथ मिलकर हत्या कर दीं। सरकार भले ही बदल गई हो लेकिन यादव अपराधियों के हौशले अभी भी कितने बुलन्द है अभी हुई इस घटना से अंदाजा लगाया जा सकता है ।
प्रतापगढ़ के ग्राम-पचमहुआ,थाना-बाघराय के निवासी कोटेदार के पति बाबूलाल सरोज का दिनांक 28-06-2017 के दिन दर्दनाक बारह गोलियाँ मार कर यही के निवासी रवि शंकर यादव पिता केशव प्रसाद यादव,अनुभव यादव पिता केशव प्रसाद यादव व पंकज मिश्रा पिता कृष्ण कुमार मिश्रा ने हत्या कर दी।
हत्या की वजह दो लाख रुपये का बाबूलाल सरोज के कोटे से सामान उधारी अभियुक्त ले गये थे। जब बाबूलाल सरोज ने बकाया का दो लाख रुपये मांगा तो अभियुक्तों ने जान से मारने की धमकी दी,और कुछ दिनों के बाद बाबूलाल सरोज की हत्या कर दी। हत्या के दिन जब बाबूलाल सरोज को घर आने मे देरी होने लगा तो बाबूलाल सरोज की पत्नी और बेटा शशि कुमार सरोज इनको खोजने के लिये घर से थोड़े आगे जाकर देखा तो गोलियों की आवाज सुनाई पड़ी। फिर माँ,बेटे ने मौके पर पहुँच कर देखा की रवि शंकर यादव, अनुभव यादव व पंकज मिश्रा तीनों के हाँथ मे हथियार थे जिससे ये बाबूलाल सरोज पर गोलियाँ चला रहे थे। मौके पर पहुंचे परिवार वालों की आवाज सुनकर तीनों अभियुक्त भागने लगे। भागते समय सफेद रंग की स्कारपियो कार मे बैठ कर अभियुक्त रवि शंकर यादव, अनुभव यादव भाग गये और तीसरा अभियुक्त पंकज मिश्रा टी वी एस मोटरसाइकिल जिसका न.- UP-70,AL-0068 हैं ,मौके पर भागते समय लड़खड़ा कर गिर गया था जिसके कारण मोटरसाइकिल छोड़ कर भाग गया,मोटरसाइकिल पुलिस के हिरासत मे हैं। इसके बावजूद भी प्रतापगढ़ की पुलिस यहाँ के अमीरों व जमीदारों के डर से अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं कर पा रही हैं।
अपराधी बेखौफ बाहर घूम रहें हैं और बाबूलाल के परिवार को डरा धमका कर केस वापस लेने के लिए दबाव व जान से मारने की धमकी दे रहे है । स्व0 बाबूलाल सरोज का पूरा परिवार डरा व सहमे मे अपनी जिंदगी जी रहा हैं। लेकिन चालीस दिन से भी ज्यादा होने बाद भी प्रतापगढ़ की पुलिस प्रशासन यहाँ के माफियाओं के डर से गिरफ्तारी करने मे लाचार दिख रही हैं।